नई दिल्ली. सुशांत सिंह राजपूत मामले (Sushant Singh
Rajput case) में सीबीआई (CBI) की जांच आगे बढ़ती दिख रही है. अब सूत्रों
का कहना है कि सीबीआई सुशांत सिंह राजपूत की मनोवैज्ञानिक अटॉप्सी भी करने
की तैयारी में है. केंद्रीय जांच एजेंसी के सीएफएसएल (केंद्रीय फोरेंसिक
विज्ञान प्रयोगशाला) द्वारा किए जाने वाले इस विश्लेषण में राजपूत के जीवन
के हर पहलू का विस्तृत अध्ययन शामिल होगा. इसमें सोशल मीडिया पर पोस्ट से
लेकर वॉट्सएप चैट और परिवारों, दोस्तों और अन्य लोगों के साथ बातचीत भी
होगी.
सीबीआई सुशांत सिंह राजपूत के मिजाज, व्यवहार के पैटर्न और
यहां तक कि व्यक्तिगत पहचान के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए भी
जांच करेगी. दरअसल सीबीआई सुशांत की मनोवैज्ञानिक स्थिति की तस्वीर बनाना
चाहती है, जिससे उनकी मौत के कारणों तक पहुंचा जा सके. यह केवल तीसरी बार
होगा कि इस तरह की एक जटिल जांच शैली को आजमाया जाएगा. इससे पहले ये दो
मामलों में हुआ था. पहला सुनंदा पुष्कर मामले में और दूसरी बार दो साल पहले
दिल्ली के बुराड़ी में हुए सामूहिक आत्महत्या मामले में.
इस बीच, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की चार
सदस्यीय टीम फोरेंसिक टीम राजपूत की ऑटोप्सी रिपोर्ट की जांच करेगी. इसके
लिए सीबीआई ने मामले में मदद के लिए अस्पताल से संपर्क किया था. सीबीआई की
एक विशेष टीम ने पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले को संभालने के
आदेश के बाद शुक्रवार से मुंबई में डेरा डाल दिया है. टीम को एजेंसी की
दरार की जांच इकाई से लिया गया है - वही जो विजय माल्या के मामले को देख
रही है.